मकर राशि एक depressing राशि है चिढ़चिडाहट से भरी हुई एक सुस्त राशि
इसके ठीक सामने कर्क राशि है जो की सफलता के शीर्षबिन्दु को दर्शाती है
मकर राशि अपमान की चट्टान की तरह , जख्म ,विफलता , नफरत ,उपहास, निंदा और set backs की राशि है
मकर राशि में जितने ज्यादा ग्रह होंगे ये उतना ही दुःखदाई साबित होगी
मकर लग्न या फिर मकर चन्द्र राशि के लोग जीवन में अक्सर दुःख का झुनझुना लेकर घूमते है
इंदिरा गांधी जी की कर्क लगन की कुंडली मे चन्द्रमा मकर राशि में था
उनके खुद के security guards ने उनकी हत्या कर दी
उससे पहले उन्होंने अपने पुत्र संजय की मृत्यु का दुःख झेला
मकर लग्न हो और उसका स्वामी शनि राहू के साथ हो तो व्यक्ति जीवन में अक्षम (disable ) होकर रह जाता है
ये एक कार्मिक राशि है क्यों की काल पुरुष की कुंडली के 10वे भाव की राशि है
यहाँ पर ब्रहस्पति जो की धन और भाग्य भाव का कारक है वो नीच हो जाता है
शश महापुरुश व धन योग बनाने के बाद भी यह राशि negative तो है ही
मैंने किसी ज्ञानी जन से सुना है की मकर राशि में बैठा एक विशेष ग्रह जीवन साथी के गहने तक बिकवा देता है
मकर लग्न यदि पाप कर्तरि में हो
अर्थात शनि 12वे भाव मे हो और राहू कुंडली के दूसरे भाव मे हो तो ऐसा व्यक्ति जेल भी चला जाता है
1989 और 1988 वर्ष में पैदा हुए मकर लग्न के लोगो की कुंडली मे ये योग बनता है
मकर राशि में शनि हो और कर्क राशि में सूर्य हो तो ऐसा जातक ढीठ, उक्साने वाला व बेशर्म होता है
व piles के रोग से ग्रसित रहता है
व उसे गठिया बाय के रोग भी होते हैं
18 जुलाई से 17 अगस्त 2021 तक आकाश में ऐसा योग बना भी हुआ है
मकर राशि का स्वामी शनि पीड़ित हुआ तो जहां मकर राशि पड़ती है वहाँ से जुड़े दुःख बड़ा देगा
मारा मंजल की छाल 16 तरह की मधुमेह की बीमारिया दूर करने में सक्षम होती है और गुदा रोग दूर करने में भी लाभ कारी है
Piles की समस्या से जूझ रहे लोगों को nature call में देर नहीं करनी चाहिए ना ही किसी सख्त जगह पर लंबे समय तक बैठे रहना चाहिए और ना ही ऐसा food खाना चाहिए जिससे पेट के रोग बड़े
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